नगर पालिका में कार्यरत ठेका कर्मचारी रूपेश बाजपेयी ने उच्चाधिकारियों से जांच करवाएं जाने के लिए लगाई
बिसवां नगर पालिकाअध्यक्ष सीमा राजू जैन भले ही भाजपा के टिकट पर तीन बार लगातार निर्वाचित होकर जनता की सेवा करने का दम्भ भर रही हो लेकिन नगर पालिका परिषद भ्रष्टाचार के प्रति नए आयाम स्थापित करने में पीछे नहीं है । रूपेश बाजपेयी ने उच्चाधिकारियों को भेजे गए शिकायत पत्र के माध्यम से न्याय की गुहार लगाई है और रुपेश बाजपेयी नगर पालिका परिषद मे बतौर ठेका कर्मचारी कार्यरत था लेकिन नगर पालिका परिषद मे भ्रष्टाचार के आकण्ठ मे डूबे हुए नगर पालिका अध्यक्ष के प्रतिनिधि राजू जैन के द्वारा ऊपर से नीचे तक चढ़ावा देकर मामले को रफादफा कर दिया जाता है। ठेका कर्मचारी के मामले में नगर पालिका द्वारा अब कर्मचारी ही नहीं मान रही हैं जबकि भुक्तभोगी रूपेश बाजपेयी के पास सारे साक्ष्य मौजूद है।भुक्तभोगी ने दर परत जांच के लिए जिलाधिकारी,श्रम प्रवर्तन अधिकारी,सहित शासन के उच्चाधिकारियों को शिकायत पत्र मय साक्ष्य के लिए भेजा है।सत्ता और बिना सत्ता के गलियारों मे अपनी पकड़ मजबूत रखने वाले नगर पालिकाअध्यक्ष प्रतिनिधि चाहे जिसकी सरकार हो लेकिन सिक्का सिर्फ इन्ही का ही चलता है।राजनीतिक गलियारों मे पकड़ के चलते व शासन व प्रशासन मे गहरी पैठ के चलते आज तक नगर पालिका परिषद के भ्रष्टाचार की जांच नही हो पा रही है।अब देखना होगा कि प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ नगर पालिकापरिषद में व्याप्त भ्रष्टाचार की किस हद तक जांच करवा पाते हैं या सिर्फ मामले की लीपापोती कर दी जायेगी इस प्रकरण पर विधायक महेन्द्र सिंह यादव ने नगरपालिका के भ्रष्टाचार की जांच हेतु एक पत्र निदेशक स्थानीय निकाय को लिखा है परन्तु शायद सत्ता की हनक के चलते यह जांच ठण्डे बस्ते मे चली जाना प्रतीत हो रही है।